ब्रिटिश समुद्री सुरक्षा फर्म एम्ब्रे ने मंगलवार को बताया कि अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) ने पोर्ट सूडान की सुविधाओं पर ड्रोन हमला किया था, जिसमें कंटेनर टर्मिनल को निशाना बनाया गया और दो साल से चल रहा संघर्ष और बढ़ गया।
एम्ब्रे ने कहा कि उन्हें वीडियो फुटेज प्राप्त हुई है, जिसमें टर्मिनल और नागरिक बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचते हुए दिखाया गया है, जिसके कारण शहर में बिजली गुल हो गई है।
व्यापारिक जहाजों को कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन एम्ब्रे ने क्षेत्र में महत्वपूर्ण जी.पी.एस. व्यवधान का उल्लेख किया।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि मंगलवार को सूडान के मुख्य बंदरगाह शहर और युद्धकालीन राजधानी पोर्ट सूडान में विस्फोट और आग की घटनाएं हुईं । यह कई दिनों तक चले ड्रोन हमले का हिस्सा है, जिसमें सबसे बड़े ईंधन डिपो को आग लगा दी गई और विदेशी सहायता के लिए सबसे महत्वपूर्ण प्रवेशद्वार को नुकसान पहुंचा।
पोर्ट सूडान में देश का मुख्य बंदरगाह, हवाई अड्डा और सेना की शीर्ष कमान स्थित है।
अप्रैल 2023 से सूडान सेना और आरएसएफ के बीच युद्ध की चपेट में है, जो नागरिक शासन में संक्रमण को लेकर विवाद से शुरू हुआ है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, इस संघर्ष ने 12 मिलियन से अधिक लोगों को विस्थापित कर दिया है और आधी आबादी को तीव्र भूखमरी में धकेल दिया है।
(रायटर)